धागे के बिना Fashion Designing Course, कॉलेज और इंडस्ट्री वैसी ही बेजान सी हो जायेगी जैसे कोई नदी पानी सूख जानें के बाद हो जाती हैं और मनुष्य के लिए तो बिना कपड़ो के जीवन के बारे में सोचना भी किसी बुरे सपने के जैसा हैं। जब धागे का इतना महत्त्व हैं तो उसके बारे में जानना और भी महत्वपूर्व होगा।
तो आईए इस ब्लॉग को पढ़कर जानते हैं Fashion Designing Course में इस्तेमाल किए जाने वाले धागों के बारे में–
1. कॉटन का धागा:
यह सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाला प्राकृतिक धागा हैं। इसकी सिलाई क्षमता अच्छी होती हैं और इसकी ड्रॉप स्टिच बहुत कम आती हैं। लगातार सिलाई के दौरान मशीन से जो गर्मी पैदा होती हैं उसे भी कॉटन सोक लेता हैं। सिंथेटिक धागे के मुकाबले इसकी मजबूती थोड़ी कम होती हैं।
कॉटन के धागे के तीन प्रकार होते हैं
• सॉफ्ट कॉटन धागा
• ग्लेस्ड कॉटन धागा
• मर्सराइज्ड कॉटन धागा
Image Source: Ubuy Co
2. सिल्क का धागा:
सिल्क का धागा कॉटन के धागे के मुकाबले ज्यादा महंगा पड़ता हैं और इसका इस्तेमाल ज्यादातर कढ़ाई के लिए किया जाता हैं। हालांकि इसका इस्तेमाल सिल्क और ऊनी कपड़ों की सिलाई में भी किया जा सकता हैं।
इसके भी तीन प्रकार होते हैं
• हल्का वजन
• मध्यम वजन
• भारी वजन
सिल्क के धागों का लचकीलापन उन्हें बहुत ही कारगर बनाता हैं। सिलाई के बाद यह कपड़ो के ऊपर कोई निशान नहीं छोड़ता। इसका इस्तेमाल सिंगल प्लाई या डबल प्लाई दोनो तरह से कर सकते हैं।
3. ऊनी धागा:
ऊनी धागा कॉटन और लिनन के धागों से मजबूत होता हैं। ऊनी धागे का प्रयोग ज्यादातर कढ़ाई और कंबल, रजाई, इत्यादि को सिलने के लिए किया जाता हैं।
इनके भी तीन प्रकार होते हैं –
• पर्सियन: यह भारी वजन का धागा होता हैं
• टेपेस्ट्री: यह एक तरह का मध्यम वजन का धागा होता हैं
• क्रेवेल: यह एक तरह का हल्का धागा होता हैं
4. लिनन का धागा:
यह सिलाई का धागा सबसे पुराना हैं। इस तरह का धागा आसानी से डाई हो सकता हैं और भीगने पर यह फुल जाता हैं जो की किसी भी कपड़े के खुबसूरती को बढ़ावा देता हैं। इसका इस्तेमाल बिस्तर के गद्दों की सिलाई और बाहरी सामानों की सिलाई में किया जाता हैं।
5. पॉलिएस्टर का धागा:
यह और धागों के मुकाबले मजबूत होता हैं और इसकी सिलाई क्षमता भी काफी अच्छी होती हैं। पॉलिएस्टर के धागे का इस्तेमाल करते समय यह जरूरी हैं की हम थोड़ा तेल का इस्तेमाल करके सिलाई के दौरान पैदा हो रही गर्मी को कम रखें। इसका इस्तेमाल ज्यादातर ऊनी और लेदर के सामानों को सिलने के लिए किया जाता हैं। साथ ही साथ खेल के कपड़ो और जीन्स को सिलने के लिए भी पॉलिएस्टर के धागे का उपयोग किया जाता हैं। कॉटन के धागों के मुकाबले इनमें ज्यादा चमक होती हैं।
6. नायलॉन का धागा:
यह धागा पॉलिएस्टर धागे के मुकाबले ज्यादा बारीक, टिकाऊ और मजबूत होता हैं। इसका प्रयोग हल्के और मध्यम वजन के कपड़ो की सिलाई के लिए किया जाता हैं। साथ ही साथ इसका इस्तेमाल लेदर के सामानों और जूतों के सिलाई में भी होता हैं।
आमतौर पर Fashion Designing Course में सिलाई में उपयोग किए जाने वाले धागे पर किसी का ध्यान नहीं जाता लेकिन यह एक ऐसी चीज़ हैं जो बहुत बड़ा फ़र्क पैदा कर सकती हैं। इसलिए यह बहुत जरूरी हैं की हम सही धागे का प्रयोग सही काम के लिए करें। इन सभी जानकारियों के लिए Fashion Designing Course करना जरूरी हैं।
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