
कपड़ों के इतिहास का पता 18 वीं सदी में लगाया जा सकता है, जब भारत को मुख्य टेक्सटाइल केंद्र के रूप में जाना जाता था। अपनी उपस्थिति बढ़ाने के लिए विभिन्न प्रकार के कपड़ों को बुना, अलंकृत और रंगा गया। भारत में टेक्सटाइल डिज़ाइनिंग उद्योग दूसरा सबसे अधिक रोजगार पैदा करने वाला उद्योग है। भारतीय […]